संगीत नाटक अकादमी नई दिल्ली के सौजन्य से मयूरभंज की छाउनृत्य शैली के विश्वप्रसिद्ध गुरु परमानंद महंतो के सुयोग्य शिष्य उपेंद्र महंतो जो वर्तमान में रंगश्री लिटिल बैले ग्रुप भोपाल में नृत्य प्रशिक्षक ने उज्जैन की नाट्य संस्था परिष्कृति के कलाकारों को छाऊ का प्रशिक्षण दिया। युद्ध कौशल से जुडी हुई यह नृत्य कला बहुत आकर्षक होती है। नृत्यकला होने के बावजूद नाट्य विधा इस शैली का बहुत प्रयोग किया जाता है।
अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त मयूरभंज छाऊ शैली भारतीय नृत्यकला की विशिष्ट शैली है। जो अद्भुत देहिक गति संचालन के कारण बहुत लोकप्रिय भी है। परिष्कृति के कलाकारों को इस शैली का प्रशिक्षण देते उपेंद्र महंतो ने बताया कि इस शैली में शरीर के बैलेंस का बहुत अधिक महत्व है। उसी के साथ तेज तर्राट गतियों के सामंजस्य का ध्यान रखना होता है। प्रशिक्षण कार्यशाला में सुदर्शन स्वामी, अंशुल पटेल, चितेंद्र सिसोदिया, शैलेष नाटानी, महेश गोस्वामी, शशिधर नागर, ऋषि वर्मा, झलक दत्ता, शिरीष सत्यप्रेमी, वैशाली कछवाहा, हर्ष गोयल आदि ने प्रशिक्षण प्राप्त किया। संस्था के अध्यक्ष सतीश दवे ने बताया कि संस्था में इस तरह का प्रशिक्षण सत्र नियमित रूप से आयोजित हो रहे हैं जिस कारण अब कलाकारों को पूरी तरह प्रोफेशनल ट्रेनिंग मिल रही है।





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