In the last 6 Years, more than 6 shows of Kalidas charit play were staged in different cities, Bhopal and Ujjain etc.
निर्देषकीय
कालिदास का जीवन चरित्र , प्रमाणों और श्रुतियों के बीच उलझा रहा है । जन सामान्य ने कईं कथाओं को जन्म दिया है लेकिन फिर भी बहुत सारी चीजें अभी भी प्रष्नवाचक चिहृन बनी हुई है। इस नाटक में बहुत फैलाव है कालिदास का जीवन लगभग सारे देष में बीता है कष्मीर ,श्रीलंका ,बंगाल ,पाटलिपुत्र , तक्षषिला में उनकी उपस्थिति के संदर्भ मिलते हैं । मुझे लगता है कि ऐतिहासिक तथ्यों के साथ महाकवि की रचनाधर्मिता को उजागर करना ज़्यादा ज़रूरी है । मैने कोषिष करी है कि सरलता से यह चरित्र जन सामान्य के समक्ष प्रस्तुत हो सके । मालवी लोकरंग को प्रस्तुति का आधार बनाया गया है इसलिये लोकगीतों लोक परंपरा और उत्सवों को जोड़ने का प्रयास किया गया है । अनुरंजन के लिए कुछ समसामयिक टिप्पणियों को भी जोड़ा है जो क्षम्य हैं ।
पात्र परिचय
मंच पर
हर्षित षर्मा – कालिदास
दुर्गाषंकर सूर्यवंषी – सूत्रधार,गोपाल
षिरीष सत्यप्रेमी – वररुचि
पियूष षर्मा – आचार्य चंद्रगुप्त,अग्निमित्र
सूर्यदेव ओल्हण – कण्व
अमरसिंह
जयंषु विष्वकर्मा . धनवंतरी,षंकर,हारित, दर्षक, नट
श्रेय बेंडवाल . घटकर्पर , दर्षक, नट
आयुष षर्मा . षंकु,उद्घोषक
यषवंत चावड़ा – क्षपणक,पातंजलि,गोप,गालव, दर्षक, नट
ऋषभ चंद्रवाल – वैतालभट्ट,
सूरज यादव – वराहमिहिर,पंडित,प्रतिहारी,सारथी,दर्षक,नट
आयुष तोमर – विक्रमादित्य,काका, दर्षक, नट
सूर्यांष पांडे – मूलदेव
विषाखा षाक्य – विद्योत्तमा
माया षर्मा – सखी
उमंग पाल – प्रतिहारी सखी
लीना श्रीवास – नटी , सखी
मोना राणा – प्रियंगुसेना,गढ़ कालिका
पूनम पाल – सखी
मीनाक्षी मीणा – सखी
सुमन गोमे – देव दत्ता
निषा दुबे – प्रियंवदा , सखी
यास्मीन सिद्दिकी – हंसपदिका , सखी
मंच परे —
नाट्यालेख – डाॅ भगवतीलाल राजपुुरोहित
संगीत संयोजन , मुख्य स्वर – कुलदीप दुबे
नगाड़ा,ढोल – ब्रजेष अंजान। ढोलक,ताषा – गगन जौहरी
सारंगी – पंकज पांचाल। षंख मंजीरा – राजकुमार दोहरे, प्रमोद मोबिया
गायन – डाॅ राजुल सिंघी, भावना श्रीवास्तव,रूचि कुमायु,गायत्री चैहान,रानी सिंह । आलोकन – गौरव दाभाडे़,कमल जाधव। रूप सज्जा- राजेष जुनवाल,माया षर्मा । मंच सज्जा,वस्तु विन्यास – सुदर्षन स्वामी,संकेत चैहान । वेष भूषा – षुभम सत्यप्रेमी,चितेंद्र सिसोदिया । परामर्ष – आनंद सिन्हा, डाॅ संतोष पंडया
सहयोग – दिव्यांष पाल,निषाग्र श्रीवास
प्रस्तुति प्रबंधन – राजेन्द्र अवस्थी
नृत्य संयोजन,सह निर्देषन – हरिहरेष्वर पोद्दार
निर्देषन – सतीष दवे
प्रस्तुति – कालिदास संस्कृत अकादमी उज्जैन
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