एक भूला सा सेनानी – हाटपिपलिया
एक भूला सा सेनानी – हाटपिपलिया 05/11/2023
Parishkrati & Baalmanch Ujjain
The Organisation of cultural activities in Ujjain
सांस्कृतिक कार्य संचालनालय महाराष्ट्र शासन एवं संस्कार भारती के तत्वावधान मेस्वतंत्रता आंदोलन से जुडे़ अनाम सेनानियों के कृतित्व पर आधारित दो दिवसीय बहुभाषी अखिल भारतीय नाट्य महोत्सवक्रांति गाथा का कल दिनांक 16 सितंबर को समापन हुआ ।।इस समारोह के अंतर्गत 15 सितंबर को सुरेश भट नाट्यगृह में श्री सतीश दवे द्वारा लिखित एंव निर्देशित“”एक भूला …
लेखक/निर्देशक -सतीश दवे निर्देशकीय मेरे दोस्त श्री लक्ष्मण पटेल अपनी मॉ की स्मृति में हमेशा कुछ न कुछ कार्यक्रम करवाते है।एक रोज उन्होने मुझे एक घटना सुनाई टौर उस पर नाटक लिखने का कहा। मुझे घटना संवेदनषील लगी, नाटक लिखा गया,मंचन भी हो गया बाद मंे हैदराबाद में एक जैन साध्वी ने भी यही घटना …
महाकवि कालिदास विरचित्मालविकाग्निमित्रम्निर्देशक- सतीश दवे निर्देशकीयमहाकवि कालिदास की अमर रचना को रूपायित करने का विचार ही मन में अनेक संभावनाएं जगाने लगता है। उपमाएं, श्लोक, दृष्य, संगीत, रंगव्यापार जिस तरह से महाकवि ने इन्हे गूंथा है वह अकल्पनीय है। प्रयास रहा है कि उनकी भावनाओं के साथ जुड़ा जा सके। समय की कमी के कारण …
निर्देशकीयभास के नाटको में कर्णभार अपना विशिष्ट स्थान रखता है। काव्य-रस के परिपाक तथा नाटकीय तत्वो के निर्वाह, दोनों दृष्टियो से यह नाटक उच्च कोटि का है। यद्यपि नाअक का विषय वीर-रस और युद्धभूमि से हीह सम्बन्ध रखता है पर नाटक में करुण रस की विषेश प्रभा दिखायी पडती है। अलकारों की योजना मेेे कवि …
दिनांक 25 नवंबर 2020 परिष्कृति सामाजिक सांस्कृतिक संस्था उज्जैन की प्रस्तुति कालिदास दीपशिखा संस्कृत नाटक (कालिदास साहित्य में वर्णित नायिकाओ पर आधारित) निर्देशक सतीश दवे
वैदिक मंत्रों के साथ औषधीय पौधों का रोपण किया गया दिनांक 15 जुलाई 2021 बालमंच के 39वे स्थापना दिवस पर महाकालेश्वर वैदिक शोध संस्थान में वैदिक मंत्रों के उच्चारण के साथ फलदार व औषधीय पौधों का रोपण किया गया । इसकै पूर्व बालमंच के सदस्यों द्वारा चिंतामण जवासिया में एक पर्यावरण चेतना रैली निकाली गई …
दिनांक 27 जुलाई 2021 बालमंच के 37 वें स्थापना दिवस के अवसर पर उज्जैन शहर के प्रतिभाशाली , सतत कार्यशील ताल साधकों को ताल साधक सम्मान से सम्मानित किया गया । तालसाधक सर्वश्री इंदर सिंह बेस , बाबूलाल सूर्यवंशी, माधव तिवारी, शैलेंद्र भट्ट , राकेश घुगरे , सुनील अहिरवार , अनिल धवन , संजय मिश्रा …
उज्जैन 5 जून 2016 5 जून विश्व पर्यावरण दिवस की संध्या पर बालमंच उज्जैन के सदस्यो ने पौधारोपण किया और साथ ही उन पौधों के रखरखाव की जिम्मेदारी भी ली।इस अवसर पर पूर्व नगर निगम अध्यक्ष प्रकाश चित्तौङ़ा, सिटी कलेक्टर कविन्द्र कियावत, प्रसिद्ध समाज सेविका शिला व्यास,प्रोफेसर आर ़ एम शुक्ला, ख्याति प्राप्त नृत्यांगना Pragya …
चिन्तामण जवासिया 13 जुलाई को बालमंच उज्जैन 39 वे स्थापना दिवस के उपलक्ष्य में पौधा रोपण कार्यक्रम में बालमंच उज्जैन द्वारा फलदार एवम औषधीय पौधा रोपे और पर्यावरण यात्रा निकाल कर पर्यावरण संरक्षण हेतु आव्हान किया गयाकिया गया
मेघनगर 25 जुलाई 2021 प्रतिवर्षानुसार इस वर्ष भी हमारी संस्था परिष्कृती बालमंच उज्जैन ने हरियाली अमावस्या के अवसर पर पर्यावरण पदयात्रा कीै । इस वर्ष हमारी पदयात्रा झाबुआ जिले के मेघनगर शहर में संपन्न हुई जिसका सफलता पूर्वक आयोजन हुआ पदयात्रा के साथ ही। काका जी कचरू एक नुक्कड़ नाटक का मंचन भी हुआ । …
कथासार असल में दिखाई ना देना ना बहुत सुंदर है या यूं कहें कि सबसे सुंदर है क्योंकि मेरे पास लगभग हर चीज का अपना आकार और रंग है शायद ये आप लोगों के लिए संभव नहीं लेकिन मैं हवा देख सकती हूंनाटक “अनदेखा सा सब कुछ ” एक ऐसी लड़की की कहानी है जो …
दिनांंक 26 जनवरी 2023सोनकच्छ में अमरबलिदानीराजाभाऊमहांकाल की जन्म शताब्दी वर्ष पर सतीश दवे जी द्वारा रचित नाटक #एकभूलासासैनानी का मंचन किया गया।राजाभाऊ महाकाल जी के सजीव चित्रण को देखकर दर्शक भावविभोर हो गए और सभी की आंखे नम हो उठी।
कथासार सूत्रधार कालिदास के नाटक को मंचित करने का कहता है । वह नये कवि की रचना की सार्थकता बताता हैं , बकुलावलिका और कौमुदिका आपस में बात करती हैं किदासी मालविका कैसे राजा की दृष्टि में आगई है जबकि महारानी धारिणी मालविका को राजा की नजरों से छिपाना चाहती हैं,और केसेएक दिन चित्रषाला मे …
मध्यप्रदेश नाट्य विद्यालय की इंटर्नशिप योजना के तहतपरिष्कृति सामाजिक सांस्कृतिक संस्था उज्जैनकी प्रस्तुतिDESIRE(ओ हेनरी की कहानी पर आधारितTHE COP AND THE ANTHEM)नाटय रुपांतरण एवं निर्देशक-हर्षित शर्मा6 नवम्बर 2022 कथासारनाटक डिजायर की शुरुआत कुछ कारीगरों से होती है जो एक होटल निर्माण प्रक्रिया में लगे हुए हैं यहीं पर नाटक मे सूफी को ढूंढा जाता है …
परिष्कृति सामाजिक सांस्कृतिक संस्था उज्जैनकी प्रस्तुतिसरमा पणि संवादऋग्वेद 10-108स्मृति शेष – श्री बंशी कौल, सुनयना सतीवारा, भूषण भट्ट , गीत सलूजा रावल को समर्पितदिनांक :12/03/2022स्थान :कालीबाड़ी मंदिर, विवेकानंद कॉलोनी, उज्जैन निर्देशकीय –पाश्चात्य विचारधारा के प्रेमी समीक्षक आलोचक यूनान को नाटकों की काशी मानते हैं । मुझे लगा कि संभवतः हमारे प्रयास इतने सक्षम नहीं रहे …