महाकवि कालिदास विरचित्
मालविकाग्निमित्रम्
निर्देशक- सतीश दवे

निर्देशकीय
महाकवि कालिदास की अमर रचना को रूपायित करने का विचार ही मन में अनेक संभावनाएं जगाने लगता है। उपमाएं, श्लोक, दृष्य, संगीत, रंगव्यापार जिस तरह से महाकवि ने इन्हे गूंथा है वह अकल्पनीय है। प्रयास रहा है कि उनकी भावनाओं के साथ जुड़ा जा सके। समय की कमी के कारण कुछ दृष्यों को ही मंचित कर पा रहे हैं।
पात्र-परिचय
मंच पर:-
सूत्रधार/पुष्यमित्र/यज्ञसेन – जितेन्द्र वाडिया,
वाहृतक/पारिपाशर््िवक/माधव सेन – षश भम सत्यप्रेमी
राजाअग्निमित्र-हर्षित श र्मा
विदूषक -अंकित जोश
गणदास/ साधु – दुर्गेश सूर्यवंषी
मौद्गल्य-राहुल श र्मा
सारसक / हरदत्त – अमय डाकवाले
वैतालिक/ सेनिक -आयुष श र्मा विपिन सोलंकी
वैदर्भ -सुरेष भीमावद
धारिणी – मीना खत्री
इरावती / ज्योत्स्निका – आम्रपाली वर्मा
मालविका – माया षर्मा
परिव्राजिका – डा. सोनल सिंह
बकुलावलिका -मिताली वर्मा
निपुणिका /मदनिका/ समाहितिका -बरखा कडांरिया
जयसेना(प्रतिहारी)/ मधुकरिका -उमंग पाल
उद्यानपालिका / कौमुदिका – मधु लालवानी
वसुलक्ष्मी-आयुषी षर्मा
नर्तन- प्रषांत राठोर
मंचपरेः-
संगीत निर्देश न-विजय गोथरवाल, गायन- निलेष मनोहर,मोना राण,आम्रपाली वर्मा,तथा सभी समुह
तालवाद्य- विनायक शर्मा, षेलेन्द्र चौहान
हस्तक,मुद्रा-राजमुकुद ठोलिया/छाउ-सप्तरथी मोंहतो/ भरतनाट्यम -प्रषांत राठौड़
आलेख मार्गदर्नशन -डॉ बालकृष्ण षर्मा , वाचिक अभ्यास- विष्वास शर्मा
मार्गदर्षन-पी.के.झा, षषि रंजन अकेला, डॉ संतोष पण्डया , डॉ षैलेन्द्र पाराषर, डॉ रवि राठौर,
प्रवीण ठाकुर , सुचित्रा पंडित
रंग साम्रगी – सुरेष भीमावद,
आलोकन- सतीष दवे
स्लाईड- मोना राणा
वस्त्र विन्यास-, दुर्गाषेंकर सुर्यवंषी ,बरखा कंडारिया, उमंग पाल
मंच सज्जा- शुभम सत्यप्रेमी, हर्षित षर्मा, अंकित जोषी, जितेन्द्र वाडिया
रूप सज्जा- राजेश जूनवाल,
मंच प्रबंधन-शुभम सत्यप्रेमी,
सह मंच प्रंबधन- हर्षित शर्मा, अंकित जोषी, जितेन्द्र वाडिया
सहयोग- सुदर्षन स्वामी, अभिनव जूनवाल, गेहा दवे, गोकुल परमार , निलेष वाडिया ,नितिन पोरवाल,रिचा व्यास, लीना हेतवाल, रीता नरवरिया, अनुज विष्वास, ,षिरीष सत्यप्रेमी,के ़बी ़ पण्डया, विपिन सोलंकी, दिलीप चौधरी, प्रभात माचवे, गौरव दाभाड़े, तरूण, निहाल, संगीता षर्मा,राहुल षर्मा, राजेन्द्र कुमार सोनी बालमंच, परिष्कृति सामाजिक सांस्कृतिक संस्था उज्जैन।
नाट्य प्रभारी -राजेंद्र अवस्थी,
सह-निर्देश न- राजेश जूनवाल

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